बूढ़ों और बीमारों के लिए ज्यादा खतरनाक कोरोना वायरस
भारत में कोरोना वायरस तेजी से पैर पसार रहा है। बुजुर्गों और किसी बीमारी से पीड़ित लोगों को इससे खासतौर पर सतर्क रहने की जरूरत है। एक अध्ययन में चीन और अमेरिका में अब तक सामने आए कोरोना के मामलों और इनसे हुई मौतों पर नजर डाला गया तो पता चला कि मृतकों में 70 फीसदी से अधिक की उम्र 60 वर्ष से ज्यादा थी।
44672 मरीजों पर हुए अध्ययन में पाया गया कि बिना किसी बीमारी वाले व्यक्ति में कोरोना की वजह से होने वाली मौत की दर मात्र 0.9 फीसदी है।इसमें कहा गया है कि मरीज के शरीर में पहले से किसी बीमारी की मौजूदगी, कमजोर प्रतिरोधक तंत्र या खराब स्वास्थ्य कोरोना वायरस की मारक क्षमता को बढ़ा दे रहा है। उदाहरण के लिए 80 वर्ष से अधिक के बुजुर्गों में कोरोना वायरस से होने वाली मौतों की दर 14.8 फीसदी है। इसके विपरीत 50 वर्ष के तकरीबन आयुवर्ग वाले लोगों में यह मात्र 1.3 फीसदी है। 40 वर्ष की उम्र वालों में यह 0.4 फीसदी और 10 से 39 वर्ष के लोगों में यह मात्र 0.2 फीसदी है। इसी तरह, कैंसर के मरीजों में कोरोना वायरस से जान जाने का खतरा 350 फीसदी तक बढ़ जाता है। सीओपीडी में यह 260 फीसदी अधिक हो जाता है। डायबिटीज और हाइपरटेंशन के मामलों में खतरा 60 फीसदी ज्यादा दर्ज किया गया है।
बचाव के उपाय
- -सार्वजनिक कार्यक्रमों में शामिल न हों
- -औरों के साथ एक प्लेट में खाने से बचें
- -सार्वजनिक परिवहन में मास्क पहनकर चलें
- -आंखों-दांतों की जांच कुछ दिन के लिए टाल दें
- -दुकान जाने के बजाय दवा ऑनलाइन ऑर्डर करें
- -बुखार नापते रहें, फ्लू से बचाव में कारगर टीका लगवाएं
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