Sunday, March 8, 2020

Child upbringing

Child upbringing

aDid you brush? Yes, mother. But is this brush too dry? Where did this chocolate come from? What chocolate is in your hand? This granny has often made excuses, lies and you get worried about their behavior. Sometimes you get angry at them, sometimes they face a beating. You are obliged to do so. However, it is not necessary that your way of dealing with this problem is correct. The condition is a lie is a symptom. No behavior. So, by some things your child lies? How does he lie? Does he even steal with her? By keeping a few things like this in mind and including some things in your habit, you can protect your children from the habit of lying.


Don't be judgmental (child  upbringing)

Suppose your child lied and you caught him. So what will you do You will interrupt him. You may even tell him that you are a liar. A very small word is false. Even more lies will be lied to you. If you take a lie, do not react to it immediately. Even scolding him will not help. By doing this, he will lie even more to prove himself to be true, he will start to disillusion. While ignoring your lies will make him realize his mistake and encourage him to tell the truth.

Help to increase self confidence (child  upbringing)

The child learns what he sees. You should not say in front of him son, do not tell Papa that we went to the market, do not tell grandma that we had eaten non-veg, know many times - unknowing child learns to lie to his house, school friends etc. In such a situation, do a lot of things yourself, try to change the habits of the people of your household. Make home the first school of truth for the child. Avoid using false pretenses in front of the child.

Understand that and make easy access (child upbringing)
You may have noticed that a child tells the same thing to two different people in different ways or sometimes it happens that he speaks the truth to one person in the house, but by adding that don't tell anyone else This means that the child is telling the truth from one person and lying to another. Because with whom the child is telling the truth, he can find it close to himself or not easily reach it. And that person also understands his point. If you also want to listen through the mouth of the child, then make the necessary changes in your nature. Try to understand the mood of the child, the action will not repeat.

Do not give preference
Children start lying at a very young age. Like they have eaten chocolate, which is clearly revealed by the chocolate on their mouth. That but he says that we did not eat chocolate, we laugh at seeing and seeing it. And many times we leave him again and again he reminds them about it and motivates them to do so and make a false lie. This time of the child, it should be avoided to give up the habit, with old age they have movement and recruitment as well as lies and maturity.

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जकड़ न ले ये अकड़न

जकड़ न ले ये अकड़न 
(Female backpain)

सुबह उठने पर शरीर में होने वाली अकड़न आम बात है। लकिन इसे हल्के में लेना भारी पर सकता है। जोड़ों में होने वाले समान्य दर्द के पीछे बड़े कारण हो सकतें है। 

a woman with painबीस साल पहले का समय याद करूं तो दादी की फुर्ती देखते बनती थी। सुबह मेरा और उनका साथ ही उठना होता था। मां कभी कमर दर्द की शिकायत भी कर दे तो ताना मिलता था ,हमसे ज्यादा तो ये बुढ़ी हो गई है। जब मैं मां की उम्र की हुई ,तो मैं भी उनकी तरह कभी कमर दर्द तो कभी जोड़ों के दर्द  की शिकायत करने लगी। शरीर को अकड़न और जोड़ों का दर्द अब उम्र का तकाजा देखकर नहीं आता। सुबह आंख खुलने के बाद बिश्तार से नीचे पाँव रखने में करीब पंद्रह मिनट लग जातें हैं। कभी कंधे अकड़े होते हैं ,तो कभी एड़ियां दर्द से कराह रही होती है। पैर मोड़ो तो घुटना जवाब देने लगता है। दो दशकों के फासले में तेज हो चुकी है। सुबह -सुबह होने वाली ये अकड़न और दर्द कुछ कहानी हैं ,आप भी सुनें :

ये संकेत हैं बीमारियों के (Female backpain)

खानपान और जीवनशैली है जिम्मेदार (Female backpain)
हमारा खानपान  और जीवनशैली किसी गैजेट्स  फीचर्स की तरह तेजी से बदलने लगे हैं।  इसके कारण 60 की उम्र में होने वाली समस्याएं अब 40 की उम्र में होनी शुरू हो चुकी है।बाहर का खाना हमारी जीवनशैली का हिस्सा बन चूका है।   सिर्फ सुविधाओं की प्राथमिकता देने की हमारी आदत ने हमारा ध्यान से भटका दिया है दरवाजे पर  आने वाला खाना कैसा है हमें नहीं पता इसके अलावा जल्दबाजी और स्वाद के कारण जंक फूड को हम इस कदर अपना चुके हैं कि शरीर को पर्याप्त पोषण  नहीं मिल पाता। नियमित रूप से इस तरह के भोजन का सेवन करने से खून में विषाक्त तत्वों की मात्रा बढ़ती है।  यहां समझने की जरूरत है कि दवा दुकानों में मिलने वाले सप्लीमेंट खाद्य पदार्थों से मिलने वाले प्राकृतिक पोषण की भरपाई नहीं कर सकते।  इसके अलावा खराब जीवनशैली भी शरीर में होने वाले इस अकरम के लिए खासी जिम्मेदार है। लगातार  बढ़ रही व्यस्तता के कारण व्यायाम व प्रकृति से हमारा नाता टूट -सा गया है। घरों के भीतर रहना , सूर्य की पर्याप्त रोशनी ना मिल पाना और नींद का खड़क टाइम टेबल भी हड्डी और मांस पेशियों की तकलीफों का जिम्मेदार है।

 कुछ कदम उपचार की ओर (Female backpain)

  • समस्या का उपचार उसके कारणों पर नियंत्रण से होता है। बात हार्मोन में बदलाव की हो या पोषण की ,आपको अपने भोजन पर ध्यान  ज़रुरत है। आपको तय करना होगा कि शरीर को सभी प्रकार के पोषक तत्व पर्याप्त मात्रा में मिले।  कई दफा फिगर का ख्याल रखने के चक्कर में की गई  डाइटिंग  भी पोषण में कमी ला देती है।  वजन कम करने के लिए किसी भी प्रकार का है डाइट अपनाने से अच्छा है कि आप संतुलित आहार लें और नियमित रूप से व्यायाम करें

  • जोड़ों में होने वाले  दर्द के लिए में कैल्शियम की कमी भी ज़िम्मेदार होती है। शरीर  में कैल्शियम की दरकार को पूरा करने के लिए चिकित्सक की सलाह से कैल्शियम और विटामिन -डी का सप्लीमेंट ले सकती हैं। 
  • विटामिन - डी को प्राकृतिक तौर पर लेने की कोशिश जरूर करें विटामिन डी शरीर में कैल्शियम को हड्डियों तक पहुंचाने का काम करता है।  विटामिन -डी की कमी से शरीर के भीतर कैल्शियम बेकार हो जाता है।  इसके लिए हर सुबह 20 मिनट 50% खुले बदन  में सूरज की रोशनी में बिताएं। 
  • जीवनशैली कितनी भी व्यस्त हो, 30 मिनट टहलना  ना भूलें टहलने से रक्त संचार अच्छा होता है और विषाक्त शरीर में जमा नहीं हो पाते। 
  • सुबह उठने पर शरीर में होने वाली अकड़न  को हल्के में न लें। इसे गंभीर समस्या बनने से पहले चिकित्सकीय सलाह  जरूर लें। 
  • सिंकाई और  तेल मालिश वाले नुस्खे का इस्तेमाल भी चिकित्सक की सलाह के अनुरूप 

ब्रेड नहीं रहेगा बोरिंग

ब्रेड नहीं रहेगा बोरिंग
Bread  recipe 


breadब्रेड - जैम और ब्रेड - बटर खाकर अगर आपका परिवार भी बोर हो चुका है तो आपको भी ब्रेड टॉपिक के मामले में कुछ नए प्रयोग करने की जरूरत है बोरिंग  ब्रेड को कैसे बनाएं मजेदार।

आमतौर पर महिलाओं के पास हर दिन एक ही सवाल आता है कि नाश्ते में क्या बनाएं रोज - रोज वही ब्रेड - मक्खन और ब्रेड - जैम खाकर घर के लोग बोर हो चुके हैं| हर सुबह कम समय में बनने वाला सबका पसंदीदा नाश्ता तैयार करना वैसा ही आसान काम नहीं है।  ऐसे में तरह-तरह के टॉपिंग आपकी परेशानी को दूर कर सकते हैं।  यह टॉपिंग्स ना सिर्फ स्वादिष्ट हैं बल्कि सेहतमंद भी। 

सोयाबीन और फलों की टॉपिंग (Bread  recipe)
 यह विकल्प खास तौर पर कामकाजी  महिलाओं को जरूर पसंद आएगा क्योंकि यह रेसिपी फटाफट तैयार होती है इस विकल्प के साथ अपना सुबह के नाश्ते को ज्यादा पौष्टिक बना सकती हैं।  इसे तैयार करने के लिए ब्रेड की स्लाइस और उस पर सोयाबीन स्प्रेड फैलाएं उसके बाद ब्रेड पर अपना कोई भी पसंदीदा फल जैसे केला स्ट्रौबरी या कीवी आदि के सलाईस  या बदाम ,किसमिस खजूर अखरोट आदि रखे ऊपर से सोयाबीन स्प्रेड लगी हुई ब्रेड की स्लाइस रखें लगा हुआ हिस्सा ऊपर की तरफ न हो।  सोयाबीन, प्रोटीन ,विटामिन और खनिजों का भंडार हैं और मेवों के साथ मिलकर नाश्ता पावर हाउस की तरह काम करता है। 


पनीर टोस्ट (Bread  recipe)
पनीर नमकीन और मीठे  दोनों रूप में खाया जा सकता है पनीर में भरपूर मात्रा में प्रोटीन कैल्शियम विटामिन -डी और ओमेगा -3 भी पाया जाता है।  ब्रेड के साथ पनीर की टॉपिंग  खाने में स्वादिष्ट तो होती ही है ,साथ ही शारीरिक और मानसिक विकास में भी सहायक होती है. ब्रेड को टोस्ट करें और उसके ऊपर कद्दूकस किया हुआ  पनीर फैलाएं ,उसके ऊपर काली मिर्च पाउडर व नमक बुरक दे|  खीरा, उबला हुआ आलू या चिकन या प्याज की स्लाइस रखें ऊपर से एक और ब्रेड टोस्ट रखें और सर्व करें। तरह-तरह से एक्सपेरिमेंट करके आप स्टॉपिंग को और ज्यादा स्वादिष्ट बना सकती है | 

 एग भुर्जी (Bread  recipe)
 अंडा दुनिया भर में सबसे ज्यादा पसंद किए जाने वाले खाद विकल्पों में से एक है। पौष्टिक गुणों से भरपूर अंडे को आप नाश्ते में आमलेट, उबले हुए अंडे या एक भुर्जी के रूप में इस्तेमाल कर सकती है।  जब अंडे से बने व्यंजन की बात आती है तो इसे कोई 'ना' नहीं कहेगा पोषक तत्वों से भरपूर एक भुर्जी को नाश्ते की प्लेट में शामिल करने की जगह ब्रेड की स्लाइस के ऊपर रखकर खाएं।  नॉनस्टिक पैन में थोड़ा सा - तेल गर्म करें 2 अण्डों को फेंटकर पैन में अच्छे से पकाएं।  इसमें स्वादानुसार नमक काली मिर्च पाउडर और चीज़ मिलाएं। ब्रेड टोस्ट के ऊपर  इसे रखें और सर्व करें।

मशरूम और पोच्ड अंडे (Bread  recipe)
क्या आपने कभी मशरूम के साथ पोच्ड  एग खाया है? अगर नहीं, तो इस बार जरूर ट्राई करें इसके सेवन से डायबिटीज और दिल की बीमारियों में फायदा मिलता है वैसे क्या आप जानती हैं कि एग भूर्जी और पोच्ड एग में क्या अंतर होता है? अंडो को पोच्ड करने के लिए उबलते हुए पानी में सीधे फोड़कर कर डाल दिया जाता है, पर यह उबले अण्डों से अलग होता है | अण्डों को पोच्ड करने पर इसके अंदर का पीला भाग वैसा ही रहता है  और सफ़ेद भाग पक जाता है इसको बनाने के लिए 8-10 मशरूम को काट ले |  पैन में हल्का सा तेल गर्म करें और उसमें  मशरूम को पका लें | उसमें नमक और काली मिर्च मिलाएं और ब्रेड के स्लाइस पर फैलाए उसके ऊपर पोच्ड  एग रखें | नमक व काली मिर्च पाउडर छिड़के और स्वादिष्ट रेसिपी का मजा ले | 


अवकार्डो स्प्रेड (Bread  recipe)
यदि आप चाहतें है की सुबह का नास्ता ऐसा हो , जिसे खाने से वजन भी न बढे और सेहत भी अच्छी रहे , तो इसके लिए अवकार्डो एक अच्छा विकल्प है. त्वचा का रंग निखारने ,कैंसर को मात देने और डायबिटीज को काबू में रखने जैसे गुण इसमें  है |  सुबह के नास्ते में अवकार्डो को मैस करके ब्रेड पर लगा ले और उसपर अंडे की भुर्जी रखकर सर्व करें | 


मिक्स स्प्राउट्स  टोस्ट (Bread  recipe)
ज्यादातर महिलाएं स्प्राउट्स यानी अंकुरित अनाज को वर्क आउट करने वालों की डाइट मानती है ,लेकिन ऐसा नहीं है इसे बच्चे, बड़ों , महिलाओं और बुजुर्गों को भी अपनी डाइट का हिस्सा बनाना चाहिए | इसमें विटामिन, मिनरल्स व प्रोटीन प्रचुर मात्रा में होता है | ब्रेड टोस्ट करके उसके ऊपर मिक्स्ड स्प्राउट्स फैलाएं ऊपर से नमक, चाट मसाला व नींबू का रस हल्का सा डालें और सेहतमंद नाश्ता करें सर्व करें 


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